मंगलवार, 7 जुलाई 2009

कलयुग मे अब हिजडो का राज है १४ वर्षो तक

बात बहुत पुरानी है एक समय जब प्रभु श्री राम जी का वनवास हुआ तब राम जी ने अयोध्या से निकास पर सरयू नदी के पास सभी अयोध्या वासियों से कहा की आप सभी अयोध्या वापस चले जाये अयोध्या वासी राम जी कहने लगे आप हमारे राजा है सो जहा आप रहेगे हम भी आप के साथ ही रहेगे प्रभु श्री राम! ने अयोध्यावासीयों से कहा आप हमें राजा मानते है प्रजा ने उत्तर दिया हां ! तब तों आप अपने राजा की आज्ञा का पलान करोगे ॥ प्रजा ने उत्तर दिया हां !राज आज्ञा के लिए हम कुछ भी करेगे ...प्रभु राम ने कहा आप सभी नर-नारियो को राजा राम आज्ञा देते है की आप सभी अयोध्या वापस चले जाये और जब तक मै वापस ना आजाता आप अयोध्या की रक्षा करेगे........... राम जी वन को चल दिए आगे आप सभी को ज्ञात है क्या हुआ ..प्रभु जी जब वनवास से लोटते है तों क्या देखा कुछ लोग उशी स्थाना पर बैठे हुए है राम जी को देखा तों दोडे प्रभु राम ने काहा आप को सूचना कैसे हुई , वहा से उत्तर आया हम तों १४ वर्षो से गए ही नहीं है ...राम जी ने क्रोध से कहा तब तों आप अपने राजा की आज्ञा का पलान नहीं किया आप को दंड मिलेगा .. वहा से उत्तर दिया हां प्रभु जी पर आप ने तों नर- नारी को आदेश दिया था
आप ही सोचे हम कोन है प्रभु राम जी ने उन हिजडो को कहा मै आप की भक्ती से प्रसंंह हु वार मागो .............. उस समूह के मुखिया के प्रभु से कहा आप से बस उतने ही दिनों का वार मागता हु जितने दिन हम याहा रहे ! हमें राज्या चाहिए ..............१४ वर्षो का प्रभु जी परेशान कि अभी तों धरा को दुष्टो से मुक्त किया है और अब ये क्या मग बैठा ..............पर राम जी ने उन्हें वार दिया जाओ वरदान दिया कि आप लोगो ने १४ वर्षो तक हमारा इंतजार किया सो कलयुग मे १४ वर्षो तक राज्य करोगे अब हिजडो का राज है सो राम ही बचये इस समय से तों पर कांग्रस के १०० दिन के काम से तों लगता है कि ये हिजडे ना जाने और क्या
saurabh srivastava ने कहा की
"ई आज के डिमांड बा, रउरा ना बुझाई।नर, नर संगे, मादा, मादा संगे जाई.हाईकोर्ट देले बाटे अइसन एगो फैसला,गे लोग के मन बढल, लेस्बियन के हौसला.भईया संगे मूंछ वाली भउजी घरे आई,ई आज के डिमांड बा, रउरा ना बुझाई.खतम भइल धारा अब तीन सौ सतहत्तरघूमऽतारे छूटा अब समलैंगिक सभत्तर.रीना अब बनि जइहें लीना के लुगाई,ई आज के डिमांड बा, रउरा ना बुझाई.पछिमे से मिलल बाटे अइसन इंसपिरेशन,अच्छे भइल, बढी ना अब ओतना पोपुलेशन.बोअत रहीं बिया, बाकि फूल ना फुलाई,ई आज के डिमांड बा, रउरा ना बुझाई " आप क्या कहते है या चुप रहेगे ????????????